how to do vashikaran-kaise hota hai - An Overview
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मैंने उनसे कहा, ‘उसे लेकर आइए, मैं देखता हूं।’ उसे देखते ही मैं समझ गया - अरे यह तो शिव का एक तत्व है.. बहुत ही शक्तिशाली। इसलिए मैंने उनसे कहा, ‘आप इसे मत रखिए। अगर आप यह मुझे दे दें, तो मैं हमेशा आपका आभारी रहूंगा, अन्यथा उसे नदी में फेंक दें। उसे अपने घर में मत रखिए।’ घर में खूब सोचा-विचारा गया, ‘यह हमारे परदादा की चीज है, क्या हमें इसे दान कर देना चाहिए, क्या हमें इसे फेंक देना चाहिए?
रतिप्रिया यक्षिणी : धन धन्य से भरपूर करने वाली यक्षिणी.
वशीकरण हमेशा नैतिक नहीं होता है. किसी व्यक्ति को उसकी सहमति के बिना वश में करना गलत है. वशीकरण हमेशा सफल नहीं होता है. इसका प्रभाव व्यक्ति की इच्छाशक्ति और मानसिक स्थिति पर निर्भर करता है. वशीकरण के नकारात्मक परिणाम हो सकते हैं. अगर वशीकरण गलत तरीके से किया जाए, तो इसका व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है.
However, just a reliable and knowledgeable astrologer ought to do it. One can expect to possess the most effective effects when it truly is accomplished in the appropriate context.
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इसका मतलब है की आपने साधना में कही न कही कमी रखी है.
आप खाने के बारे में हमेशा से जानना चाहते रहे हैं - क्या खायें, कैसे खायें और कब खायें?
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दिल्ली से कश्मीर के लिए नहीं चलेगी डायरेक्ट ट्रेन, जानिए here क्या है वजह?
Vashikaran Yantra can provide you with instant Rewards for an extended period of time. You may use this to find the adore existence back again. The Vashikaran Yantra to possess the correct ends in the business and career.
When approached with reverence,’ integrity, and appropriate consciousness, vashikaran could function a powerful Device for manifesting persuaded exchange and aligning with the big forces that condition our life.
सद्गुरु : देखिए, अगर आप किसी शिव-मंदिर के सामने की किसी दुकान में जाएं तो आप सौ शालिग्राम खरीद सकते हैं। लेकिन वे शालिग्राम नहीं होते, वे बस अंडाकार पत्थर होते हैं। आप जानते हैं कि जब बच्चे समुद्र तट पर या नदी किनारे जाते हैं, तो वहां पत्थर इकठ्ठा करना उन्हें अच्छा लगता है, यहां तक कि बड़ों को भी। इसलिए लाखों घरों में उस तरह के लाखों पत्थर हैं। वे सब शालिग्राम नहीं हैं। उनका बस आकार वैसा है, क्योंकि अधिकांश पत्थर नदी के बहते जल की वजह से वैसा आकार पा जाते हैं।
एकांत में मंत्र जप करे जब तक यक्षिणी प्रकट न हो जाए.